अपने ख्याल but different ज़ुबान Podcast Por  arte de portada

अपने ख्याल but different ज़ुबान

अपने ख्याल but different ज़ुबान

Escúchala gratis

Ver detalles del espectáculo

Obtén 3 meses por US$0.99 al mes + $20 crédito Audible

 कविता हो नज़्म या ख्याल हर रूप और हर भाषा में खूबसूरत होते हैं। जब हम अपने ख्याल में होते हैं तो, हमारे अल्फाज़ हमारा संसार बन जाते हैं। उन्हीं जज़्बातों को कविता, नज़्म या ख्याल में सुनिये आज के इस स्पेशल एपिसोड में। हर बृहस्पतिवार रात 8:30 बजे हमसे जुड़िये लाइव मेंतज़ा पर और खो जाईये शायरी और कविताओं के संसार में।

Todavía no hay opiniones