EP 17- जब जंगल जल उठे अपनी ही छाँव में Podcast Por  arte de portada

EP 17- जब जंगल जल उठे अपनी ही छाँव में

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जंगल में भटकता हुआ हिरन जिस खुशबू से परेशान रहता है, वह उसी की कस्तूरी है, यह उसे कौन बताए? चाँद, जो हमेशा से सुंदरता और प्रेम का प्रतीक बना बैठा है, उसके पास दर्द के गहरे स्याह गड्ढे हैं, जिसे कोई प्रेमी देख नहीं पाता| सूरज की अपनी पीड़ा है, वह सारे ब्रह्मांड का […]
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